महाविद्यालयी खिलाड़ियों के समायोजन का उनके महाविद्यालयी वातावरण से तुलनात्मक अध्ययन

Authors

  • Nitin Raj Verma, Dr. Krishna Kant Sharma Research Scholar, CMJ University, Meghalaya

Keywords:

आधुनिक काल में शिक्षा शब्द का प्रयोग नये अर्थ में किया जाने लगा है।

Abstract

आधुनिक काल में शिक्षा शब्द का प्रयोग नये अर्थ में किया जाने लगा है। और शिक्षा का उद्देश्य बालक के व्यक्तित्व का संतुलित विकास करना है। बालक की जन्मजात शक्तियों का विकास वातावरण के सम्पर्क में आने से होता है। बालक प्रतिक्रिया करता रहता है। जिसके फलस्वरूप उसे ज्ञान के साथ ही अनुभव प्राप्त होता है जिससे वह सीखता है, समझता है और तद्नुसार व्यवहार करता है। इस प्रकार शिक्षा मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन से सम्बद्ध है अर्थात् शिक्षा जीवनपर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है। इसी के द्वारा बालक के वर्तमान व भावी जीवन का निर्माण होता है तथा उसके विकास के लिए उपयुक्त वातावरण और साधन प्रदान किये जाते है।

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Published

2012-09-08

How to Cite

Nitin Raj Verma, Dr. Krishna Kant Sharma. (2012). महाविद्यालयी खिलाड़ियों के समायोजन का उनके महाविद्यालयी वातावरण से तुलनात्मक अध्ययन . Eduzone: International Peer Reviewed/Refereed Multidisciplinary Journal, 1(1), 142–147. Retrieved from https://www.eduzonejournal.com/index.php/eiprmj/article/view/272